शनि सबसे सुंदर ग्रह है

पाठ का सारांश

पाठ का आशय

यह पृथ्वी, आकाश, ग्रह, सौरमंडल सब प्रकृति निर्मित स्वाभाविक सृष्टि है। इनमें किसी को शुभ या अशुभ मानना अवैज्ञानिक है। उसमें हमारा शनि ग्रह तो अत्यंत सुंदर ग्रह है। इस पाठ में हम शनि ग्रह का वैज्ञानिक अध्ययन करते हैं ।

ಈ ಪ್ರಥ್ವಿ, ಆಕಾಶ, ಗ್ರಹ, ಸೌರಮಂಡಲ ಎಲ್ಲವೂ ಪ್ರಕೃತಿ ನಿರ್ಮಿತ ಸ್ವಾಭಾವಿಕ ಸೃಷ್ಟಿಯಾಗಿದೆ.ಇದರಲ್ಲಿ ಯಾವುದನ್ನು ಶುಭ ಅಥವಾ ಅಶುಭ ಎಂದು ನಂಬುವುದು ಅವೈಜ್ಞಾನಿಕವಾಗಿದೆ.ಅವುಗಳಲ್ಲಿ ನಮ್ಮ ಶನಿಗ್ರಹವಂತು ಅತ್ಯಂತ ಸುಂದರ ಗ್ರಹವಾಗಿದೆ. ಈ ಪಾಠದಲ್ಲಿ ನಾವು ಶನಿಗ್ರಹದ ವೈಜ್ಞಾನಿಕ ಅಧ್ಯಯನವನ್ನು ಮಾಡುತ್ತೇವೆ.

शब्दार्थ

बृहस्पति: गुरु ग्रह
पृथ्वी: धरती
चहुं ओर: चारों ओर
नजदीक: पास
इर्द गिर्द: अगल बगल

प्रमुख अंश

सौरमंडल का दूसरा बड़ा ग्रह शनि है।शनि का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है।शनि ग्रह अत्यंत मंद गति से सूर्य का चक्कर लगाता है।शनि एक अत्यंत ठंडा ग्रह है।शनि सौरमंडल का सर्वाधिक सुंदर ग्रह है।शनि को शनैश्चर भी कहते हैं।पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि महाराज सूर्य के पुत्र हैं।सूर्य और शनि का दूर 150 करोड़ किलोमीटर है।सूर्य और पृथ्वी का दूर 15 करोड़ किलोमीटर है।शनि के गोले का व्यास 116 हजार किलोमीटर है(1,16,000 किलोमीटर)।शनि हमारी पृथ्वी से करीब 750 गुना बड़ा है।

ಸೌರಮಂಡಲದ ಎರಡನೆಯ ದೊಡ್ಡ ಗ್ರಹ ಶನಿಯಾಗಿದೆ.ಶನಿಯ ಎಲ್ಲಕ್ಕಿಂತ ದೊಡ್ಡದಾದ ಉಪಗ್ರಹ ಟೈಟಾನ್ ಆಗಿದೆ. ಶನಿ ಗ್ರಹ ಅತ್ಯಂತ ಮಂದಗತಿಯಿಂದ ಸೂರ್ಯನ ಸುತ್ತ ತಿರುಗುತ್ತದೆ. ಶನಿ ಒಂದು ಅತ್ಯಂತ ತಂಪಾದ ಗ್ರಹವಾಗಿದೆ.ಶನಿ ಸೌರಮಂಡಲದ ಸರ್ವಾಧಿಕ ಸುಂದರ ಗ್ರಹವಾಗಿದೆ. ಶನಿಯನ್ನು ಶನೇಶ್ಚರ ಎಂದು ಕರೆಯುತ್ತಾರೆ. ಪೌರಾಣಿಕ ಕಥೆಗಳಿಗೆ ಅನುಗುಣವಾಗಿ ಶನಿ ಮಹಾರಾಜನು ಸೂರ್ಯನ ಮಗನಾಗಿದ್ದಾನೆ. ಸೂರ್ಯ ಮತ್ತು ಶನಿಯ ದೂರ 150 ಕೋಟಿ ಕಿಲೋಮೀಟರ್ ಆಗಿದೆ. ಸೂರ್ಯ ಮತ್ತು ಪೃಥ್ವಿಯ ದೂರ 15 ಕೋಟಿ ಕಿಲೋಮೀಟರ್ ಆಗಿದೆ. ಶನಿಯ ಗೋಳದ ವ್ಯಾಸವು 116 ಸಾವಿರ ಕಿಲೋಮೀಟರ್ ಆಗಿದೆ. ಶನಿ ಪೃಥ್ವಿಯಿಂದ ಸುಮಾರು750 ಪಟ್ಟು ದೊಡ್ಡವನು.

पाठ का सारांश

सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति के बाद शनि की कक्षा है। शनि सौरमंडल का दूसरा बड़ा ग्रह है। यह हमारी पृथ्वी से करीब 750 गुना बड़ा है ।शनि के गोले का व्यास 116 हजार किलोमीटर है। अर्थात पृथ्वी के व्यास से करीब 100 गुना अधिक है। हमारी पृथ्वी सूर्य से करीब 15 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर है। तुलना में शनि ग्रह 10 गुना अधिक दूर है। दूरबीन के बिना कोरी आंखों से भी आकाश में पहचाना जा सकता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि महाराज सूर्य के पुत्र है ।इसे शनेचर भी कहते हैं। आकाश के गोले पर यह ग्रह बहुत धीमी गति से चलता दिखाई देता है। इसलिए प्राचीन काल के लोगों ने इस शनिचर नाम दिया था। शनिचर का अर्थ होता है धीमी गति से चलने वाला।लेकिन बाद के लोगों ने इस शनिचर को शनिचर बना डाला। शनिचर का नाम लेते ही अंधविश्वासी यों की रूह काँपने लगती है। एक बार यदि यह ग्रह किसी की राशि में पहुंच जाए तो फिर साडे साथ साल तक उसकी खैर नहीं ।

ಸೌರಮಂಡಲದ ಅತಿ ದೊಡ್ಡ ಗ್ರಹ ಬೃಹಸ್ಪತಿಯ ನಂತರ ಶನಿಯ ಕಕ್ಷೆ ಯಿದೆ.ಶನಿ ಸೌರಮಂಡಲದ ಎರಡನೆಯ ದೊಡ್ಡ ಗ್ರಹ.ಇದು ನಮ್ಮ ಪ್ರತಿಯಿಂದ ಸುಮಾರು 750 ಪಟ್ಟು ದೊಡ್ಡದಾಗಿದೆ. ಶನಿಯ ಗೋಳದ ವ್ಯಾಸವು 116 ಸಾವಿರ ಕಿಲೋಮೀಟರ್ ಆಗಿದೆ.ಅಂದರೆ ಪ್ರಥ್ವಿಯ ವ್ಯಾಸದ ಸುಮಾರು 100 ಪಟ್ಟು ದೊಡ್ಡದು.ನಮ್ಮ ಪೃಥ್ವಿಯು ಸೂರ್ಯನಿಂದ ಸುಮಾರು 15 ಕೋಟಿ ಕಿಲೋ ಮೀಟರ್ ದೂರದಲ್ಲಿದೆ.ಹೋಲಿಕೆಯಲ್ಲಿ ಶನಿಗ್ರಹವು ಹತ್ತುಪಟ್ಟು ದೂರದಲ್ಲಿದೆ.ಶನಿ ಗ್ರಹವನ್ನು ದುರ್ಬಿನ್ ಇಲ್ಲದೆ ಬರಿಗಣ್ಣಿನಿಂದ ಸಹ ಗುರುತಿಸಬಹುದಾಗಿದೆ. ಪೌರಾಣಿಕ ಕಥೆಗಳಿಗೆ ಅನುಗುಣವಾಗಿ ಶನಿ ಮಹಾರಾಜನು ಸೂರ್ಯನ ಪುತ್ರನಾಗಿದ್ದಾನೆ.ಈ ಗ್ರಹವನ್ನು ಶನೇಶ್ವರ ಎಂದು ಕರೆಯುತ್ತಾರೆ.ಆಕಾಶದ ಗೋಳದಲ್ಲಿ ಈ ಗ್ರಹವು ತುಂಬಾ ನಿಧಾನಗತಿಯಿಂದ ಚಲಿಸುವುದು ಕಾಣಿಸುತ್ತದೆಹಾಗಾಗಿಯೇ ಪ್ರಾಚೀನ ಕಾಲದ ಜನರು ಇದಕ್ಕೆ ಶನಿಚರ ಎಂದು ಹೆಸರು ಕೊಟ್ಟರು.ಶನಿ ಚರ ಹೆಸರು ಕೇಳಿದ ತಕ್ಷಣ ಅಂಧ ವಿಶ್ವಾಸಿ ಜನರ ರೋಮಗಳು ನಡುಗಲಾರಂಭಿಸುತ್ತದೆ.ಒಂದು ಬಾರಿ ಈ ಗ್ರಹವು ಯಾವುದೇ ರಾಶಿಯಲ್ಲಿ ತಲುಪಿದರೆ ಅವನಿಗೆ ಏಳುವರೆ ವರ್ಷಗಳ ತನಕ ಸೌಖ್ಯವಿಲ್ಲಎಂಬುದು ನಂಬಿಕೆ.

प्रश्नोत्तर

एक अंक के प्रश्नोत्तर

उत्तर: सौरमंडल का दूसरा बड़ा ग्रह शनि ग्रह है ।

उत्तर: शनि का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है।

उत्तर : पुराण कथा के अनुसार शनि सूर्य का पुत्र है।

उत्तर : सौरमंडल में शनि ग्रह का स्थान दूसरा है।

उत्तर : सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह गेनीमेड है।

उत्तर : बृहस्पति है।

कन्नड़ में अनुवाद कीजिए ।

उत्तर : ಶನಿಯ ಅತಿ ದೊಡ್ಡ ಉಪಗ್ರಹ ಟೈಟಾನ್ ಆಗಿದೆ.

उत्तर : ಶನಿ ನಮ್ಮ ಸೌರಮಂಡಲದ ಅದ್ಭುತ ಹಾಗೂ ಸುಂದರ ಗ್ರಹವಾಗಿದೆ.

उत्तर : ಶನಿ ಸೌರಮಂಡಲದ ಎರಡನೆಯ ಅತಿ ದೊಡ್ಡ ಗ್ರಹವಾಗಿದೆ.

उत्तर : ಶನಿಯು ಅತ್ಯಂತ ತಂಪಾದ ಗ್ರಹವಾಗಿದೆ.

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दो अंकवाले प्रश्नोत्तर

उत्तर: पुराण कथा के अनुसार शनि सूर्य का पुत्र है शनि धीमी गति से चलने वाला ग्रह है इसलिए शनि को शनिचर कहते हैं ।

उत्तर: शनि के वायुमंडल हाईड्रोजन,हीलियम,मीथेन तथा एमोनिया गैसों से बना है।शनि के केंद्र भाग में ठोस गुठली होनी चाहिए।इस ग्रह के चहुँ ओर कंकण दिखाई देते हैं।

उत्तर : टाइटन शनि ग्रह का उपग्रह है। यह एक दिलचस्प उपग्रह है। टाइटन का व्यास 5150 कि.मी है।

उत्तर : शनि ग्रह पर सूर्य का तापमान बहुत कम पहुँचता है। अर्थात् शनि ग्रह सूर्य से बहुत दूर स्थित है। इसलिए शनि के वायुमंडल का तापमान माइनस 150 डिग्री सेंटीग्रेड़ है।

उत्तर : सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है। सौरमंडल में शनि का स्थान दूसरा है।

उत्तर : सौरमंडल में शनि का स्थान दूसरा है। शनि का सबसे बड़ा चंद्र टाइटन है।

उत्तर : प्रकृति ने शनि ग्रह के गले में खूबसूरत हार डाल दिया है। शनि के इन वलयों या कंकणों ने इस ग्रहको सौर मंडल का सबसे सुंदर एवं मनोहर ग्रह बनाया है।