पूरक वाचन | नागरिक के कर्तव्य - मॉडल प्रश्नोत्तर:
SSLC छात्राओं के परीक्षा तैयारी करने के लिए ऑनलाइन में ही घर बैठकर अभ्यास करने के लिए तृतिय भाषा हिंदी विषय का पूरक वाचन: नागरिक के कर्तव्य का मॉडल प्रश्नोत्तर यंहा पर उपलब्द किया गया है।
छात्राओं किसी भी समय इस पेज को अपने सुविधाओं के अनुसार देखकर इसका अभ्यास बार बार कर सकते है।
यह प्रश्नोत्तरों को बार बार चयन करने से, SSLC परीक्षा में अच्छे अंको को प्राप्त करने के लिए बहुत सहायता होगी।
नागरिक के कर्तव्य
पाठ का सारांश
गर्मी की छुट्टियाँ थी। हिंदी शिक्षिका मीना मैडम ने समुदाय भवन में 15 दिवसीय एक कार्यशिबिर आयोजित किया था। कविता-वाचन, कविता-रचना, नाटक-प्रदर्शन, संभाषण-कौशल, टेराकोटा गुड़िया बनाना इत्यादि कार्यक्रम यहाँ आयोजित किया गया था।शुक्रवार के दिन : 'नागरिकों के मूल कर्तव्य' इस विषय पर संभाषण-'कौशल विकसन' कार्यक्रम था। सभी छात्र अपने अपने विचार व्यक्त करने लगते हैं।
ಬೇಸಿಗೆಯ ರಜಾ ದಿನವಾಗಿತ್ತು. ಹಿಂದಿ ಶಿಕ್ಷಕಿ ಮೀನಾ ಮೆಡಮ್ ಅವರು ಸಮುದಾಯ ಭವನದಲ್ಲಿ ಹದಿನೈದು ದಿನಗಳ ಕಾರ್ಯಾಗಾರವನ್ನು ಆಯೋಜಿಸಿದ್ದರು.ಕವಿತಾ ವಾಚನ ,ಕವಿತೆ ರಚನೆ, ನಾಟಕ ಪ್ರದರ್ಶನ, ಸಂಭಾಷಣಾ ಕೌಶಲ್ಯ,ಟೆರಿಕೋಟ ಬೊಂಬೆಗಳನ್ನು ಮಾಡುವುದು ಮುಂತಾದ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮಗಳನ್ನು ಇಲ್ಲಿ ಆಯೋಜಿಸಲಾಗಿತ್ತು.ಶುಕ್ರವಾರದ ದಿನ ಸಂಭಾಷಣಾ ಕೌಶಲ್ಯ ಕಾರ್ಯ ಕ್ರಮಕ್ಕಾಗಿ ನಾಗರಿಕರ ಕರ್ತವ್ಯಗಳು ಎಂಬ ವಿಷಯವನ್ನು ಆಯ್ಕೆ ಮಾಡಿದ್ದರು.ಎಲ್ಲ ವಿದ್ಯಾರ್ಥಿಗಳು ತಮ್ಮ ತಮ್ಮ ಅಭಿಪ್ರಾಯವನ್ನು ವ್ಯಕ್ತ ಪಡಿಸಲಾರಂಭಿಸಿದರು.
अकुल कहता है एक नागरिक की हैसियत से हमें अपने देश के राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान, राष्ट्रीय त्योहार आदि का आदर करना चाहिए।
ಅಕುಲ್ ಹೇಳುತ್ತಾನೆ ಒಬ್ಬ ನಾಗರಿಕನಾಗಿ ನಮಗೆ ನಮ್ಮ ದೇಶದ ರಾಷ್ಟ್ರಧ್ವಜ,ರಾಷ್ಟ್ರ ಗೀತೆ, ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಹಬ್ಬಗಳಿಗೆ ಗೌರವ ನೀಡಬೇಕು.
सलमा कहती है प्रकृति हमारी माता है। इसलिए हमें प्राकृतिक संसाधनों का अपव्यय करना नहीं चाहिए। अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखना भी हमारा दायित्व है।
ಸಲಮಾ ಹೇಳುತ್ತಾಳೆ ಪ್ರಕೃತಿನಮ್ಮ ತಾಯಿ. ಹಾಗಾಗಿ ನಾವು ಪ್ರಾಕೃತಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲಗಳ ಅಪವ್ಯಯ ಮಾಡಬಾರದು.
नीलिमा कहती है, देश के प्रति गौरव का भाव रखना एवं देश की एकता और अखंडता को कायम रखना हमारा कर्तव्य है।
ನೀಲಿಮಾ ಹೇಳುತ್ತಾಳೆ ದೇಶದ ಕುರಿತಾಗಿ ಗೌರವದ ಭಾವ ಇಡುವುದು ಹಾಗೂ ದೇಶದ ಅಖಂಡತೆ ಹಾಗೂ ಏಕತೆಯನ್ನು ಕಾಯ್ದುಕೊಳ್ಳುವುದು ನಮ್ಮ ಕರ್ತವ್ಯವಾಗಿದೆ.
अन्वर कहता है कि समस्त देशवासियों के प्रति भाईचारे का भाव रखना और जाति, धर्म, भाषा, प्रदेश, वर्ग पर आधारित सभी भेद-भावों से दूर रहना चाहिए।
ಅನ್ವರ ಹೇಳುತ್ತಾನೆ ದೇಶದ ಸಮಸ್ತ ಜನರು ಸಹೋದರತ್ವದಿಂದ ಇರಬೇಕು.ಧರ್ಮ,ಭಾಷೆ,ಪ್ರದೇಶಗಳ ಆಧಾರದ ಮೇಲೆ ಯಾವುದೆ ಭೇಧ ಭಾವವಿರಬಾರದು.
जार्ज कहता है वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सुधार की भावना का विकास करना नागरिक का कर्तव्य होता है।
ಜಾರ್ಜ ಹೇಳುತ್ತಾನೆ ವೈಜ್ಞಾನಿಕ ದೃಷ್ಟಿಕೋನ ಹಾಗೂ ಸುಧಾರಣೆಯ ಭಾವನೆಯ ವಿಕಾಸ ನಾಗರಿಕರ ಕರ್ತವ್ಯವಾಗಿದೆ
स्टेला कहती है हमें अपनी संस्कृति और गौरवशाली परंपरा का सम्मान करना है,
ಸ್ಟೆಲ್ಲಾ ಹೇಳುತ್ತಾಳೆ ನಾವು ನಮ್ಮ ಸಂಸ್ಕೃತಿ ಹಾಗೂ ಗೌರವ ಶಾಲಿ ಪರಂಪರೆಗೆ ಗೌರವವನ್ನು ನೀಡಬೇಕು.
मीना मेडम कहती है देश की रक्षा के लिए कटिबद्ध रहना, सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखना, व्यक्तिगत और सामूहिक दृष्टि से देश के उत्कर्ष के लिए सतत प्रयत्नशील रहना इत्यादि भी हमारे कर्तव्य हैं।संविधान के नियमों का पालन भी करना चाहिए। आज के बच्चे कल के नागरिक हैं। हम सब को नागरिक के कर्तव्यों का पालन करना है। इससे आपका हित तो होगा ही, देश का कल्याण भी होगा |
ಮೀನಾ ಮೆಡಮ ಹೇಳುತ್ತಾರೆ ಏನೆಂದರೆ ದೇಶದ ರಕ್ಷಣೆಗಾಗಿ ಕಟಿಬದ್ಧರಾಗಿರಬೇಕು.ಸಾರ್ವಜನಿಕ ಸಂಪತ್ತನ್ನು ಸಂರಕ್ಷಿಸಿ ಇಡುವುದು ವಯಕ್ತಿಕ ಹಾಗೂ ಸಾಮೂಹಿಕ ದೃಷ್ಟಿಯಿಂದ ದೇಶದ ಉನ್ನತಿಗಾಗಿ ಪ್ರಯತ್ನಶೀಲರಾಗಿರುವುದು ಕೂಡ ನಮ್ಮ ಕರ್ತವ್ಯವಾಗಿದೆ. ಸಂವಿಧಾನದ ನಿಯಮಗಳ ಪಾಲನೆಯನ್ನು ಮಾಡಬೇಕಿದೆ. ಇಂದಿನ ಮಕ್ಕಳೇ ನಾಳಿನ ನಾಗರಿಕರಾಗಿದ್ದಾರೆ. ನಾವೆಲ್ಲರೂ ನಾಗರಿಕರ ಕರ್ತವ್ಯದ ಪಾಲನೆಯನ್ನು ಮಾಡಬೇಕಿದೆ ಇದರಿಂದ ನಿಮ್ಮ ಹಿತವು ಆಗುತ್ತದೆ ಜೊತೆಗೆ ದೇಶದ ಕಲ್ಯಾಣವು ಸಹ ಆಗುತ್ತದೆ.
प्रश्नोत्तर
प्रश्नोत्तर
उत्तर: मीना मैडम ने 15 दिनों के कार्यशिविर का आयोजन किया था ।
उत्तर: संभाषण का विषय था - 'नागरिकों के मूल कर्तव्य' ।
उत्तर : अकुल ने मीना मैडम से कहा कि ‘एक नागरिक की हैसियत से हमें अपने देश के राष्ट्र-ध्वज, राष्ट्र गान, राष्ट्रीय-त्योहार आदि का आदर करना चाहिए ।
उत्तर : सलमा ने कहा कि हमें प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। साथ ही पर्यावरण को प्रदूषण से बचाना चाहिए ।
उत्तर : अन्वर ने कहा समस्त देशवासियों के प्रति भाईचारे का भाव रखना और जाति, धर्म, भाषा, प्रदेश, वर्ग पर आधारित सभी भेदभाव को दूर करना चाहिए ।
उत्तर : मीना मैडम ने छत्रों से कहा कि देश की रक्षा और उत्कर्ष के लिए सतत प्रयत्नशील रहें । अपने कर्तव्यों का पालन करें तभी देश का कल्याण होगा ।
उत्तर : एक नागरिक की हैसियत से हमें अपने देश के राष्ट्रध्वज , राष्ट्रगान , राष्ट्रीय त्योहार आदि का आदर करना चाहिए ।अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखना भी हमारा दायित्व है | देश के प्रति गौरव का भाव रखना, देश की एकता और अखंडता को कायम रखना हमारा कर्तव्य है | प्रकृति हमारी माता है । इसलिए हमें प्राकृतिक संसाधनों का अपव्यय करना नहीं चाहिए| देश के प्रति गौरव का भाव रखना एवं देश की एकता और अखंडता को कायम रखना हमारा कर्तव्य है । समस्त देशवासियों के प्रति भाई चारे का भाव रखना और जाति , धर्म , भाषा , प्रदेश , वर्ग पर आधारित सभी भेद - भावों से दूर रहना चाहिए ।